कोरोना वैक्सीन के दूसरे डोज लेने के बाद, चली गई लड़की की आवाज
कोरोना वैक्सीन के दूसरे डोज लेने के बाद, चली गई लड़की की आवाज
स्वास्थ्य महकमे में मचा हड़कंप, डॉक्टर जुटे हैं जाँच में
सरकार को इस मामले में देना होगा दखल, अफवाहों से बचने की करनी होगी अपील
पटना (बिहार) : बिहार में एक तरफ 9 करोड़ से अधिक लोगों के द्वारा वैक्सीन लिए जाने के दावे किए जा रहे हैं, तो दूसरी तरफ बिहार के विभिन्न जिलों में पीएम, दूसरे राज्यों के सीएम, गृह मंत्री, सहित थोक में सेलिब्रेटीज को भी, फर्जी कोरोना वैक्सीन लगाए जाने के खुलासे हो रहे है। इसी कड़ी में बिहार के मोतिहारी में एक बेहद गम्भीर घटना सामने आई है। कोरोना वैक्सीन के दूसरे लेने के बाद, एक लड़की की आवाज चली गयी है। इस घटना से पूरे स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। घटना पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) जिला के केसरिया प्रखंड स्थित लाला छपरा गाँव की है। यहाँ एक युवती ने कोविड के दूसरे डोज लेने के बाद, अपनी आवाज खो दी है। जिले के स्वास्थ्य महकमा में युवती के आवाज जाने के बाद, हड़कंप मच गया है। पहले युवती को ईलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। पीड़िता का कई तरह के टेस्ट कराने के साथ ही, सदर अस्पताल में उसका ईलाज किया गया। लेकिन कोई फायदा नहीं होने के बाद, उसे मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया है। हम तक पहुँची जानकारी के मुताबिक, केसरिया के लाला छपरा गाँव की रहने वाली छात्रा ममता कुमारी ने कोविड टीकाकरण का सेकेंड डोज लिया। टीका लेने के बाद, ममता बेहोश हो गई। बेहोशी हालात में ही, ईलाज के लिए उसे पीएचसी में भर्ती कराया गया। जहाँ से उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। सदर अस्पताल में ईलाज के बाद, ममता को होश तो आ गया लेकिन उसकी आवाज चली गई। ममता ने बोलने की काफी कोशिश की। लेकिन उसके गले से आवाज नहीं निकल रही है। आनन-फानन में ममता को बेहतर ईलाज के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया गया है। इधर, कोविड के सेकेंड डोज लेने के बाद ममता की आवाज जाने के मामले में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉक्टर शरद चंद्र शर्मा ने बताया कि वैक्सीन के एक वायल में 10 डोज होते हैं। जिसे दस लोगों को दिया जाता है। जबकि उस वायल से टीका लेने वाले अन्य नौ लोग ठीक हैं। उन्होंने बताया कि ममता की सभी तरह की जाँच करायी गई है। सभी जाँच सही पाए गए हैं। डीआईओ को विश्वास है कि ममता की आवाज जल्द वापस आ जाएगी। सिविल सर्जन डॉक्टर अंजनी सिंह ने बताया कि सेकेंड डोज का वैक्सीन पड़ने के बाद, ममता को थोड़ा-थोड़ा खून आया था। जिसे देख कर वह बेहोश हो गई। उसके बाद वह बोल नहीं पा रही है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन के कारण ऐसा हो सकता है या नहीं, यह कहना मुश्किल है। सिविल सर्जन ने बताया कि युवती की हर तरह की जाँच कराई गई है। अभी तक, चिकित्सीय जाँच में कोई कारण सामने नहीं आया है। बहरहाल, कोविड वैक्सीनेशन के बाद ममता कुमारी का आवाज गायब हो जाना, अपनी तरह की एक अलग घटना है। जिसके आवाज को वापस लाने का चिकित्सक प्रयास कर रहे हैं और चिकित्सकों को विश्वास है कि ममता की आवाज धीरे-धीरे वापस आएगी। लेकिन इस मामले में सरकार को अपने खर्च पर, ममता कुमारी के बेहतर ईलाज की व्यवस्था करने की आवश्यकता है। ताकि, वह एक बार फिर से अपने परिवार के लोगों को आवाज देकर बुला सके। सही मायने में, यह बेहद चौंकाने वाली घटना है। सूबे के मुखिया नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को, इस मामले को अपने स्तर से देखने और दिखवाने की जरूरत है। यही नहीं, सरकार को इस मामले में लोगों को अफवाहों से बचने की अपील भी करनी होगी। यह बेहद गम्भीर और संजीदा मामला है।
मुकेश कुमार सिंह